Thursday, 21 August 2014

Powerfull women,मनचले की पिटाई करती युवती।


मेरठ
                              कचहरी पुल पर बेटी से छेड़छाड़ का विरोध करना एक पिता को महंगा पड़ गया। मनचलों ने बीच सड़क पर उनकी पिटाई कर दी। भीड़भाड़ वाले इलाके में हुई इस घटना के वक्त वहां मौजूद होमगॉर्ड और सिपाही तमाशबीन बने रहे। इससे आहत युवती खुद आगे आई। उसने मनचलों की पिटाई शुरू कर दी। इस तरह मेरठ की इस 'मर्दानी' के आगे शोहदे पस्त हो गए और भाग खड़े हुए।



बताते चलें कि युवती अपने पिता के साथ बाइक से कमिश्नरी चौराहे से बच्चा पार्क की तरफ जा रही थी। कचहरी पुल पर जाम की वजह से दोनों चौराहे पर बाइक रोक कर खड़े हो गए। तभी वहां से गुजर रहे कार सवार तीन युवकों ने उसपर फब्तियां कसी। वे लड़की के साथ छेड़छाड़ करने लगे। युवती के पिता ने इसका विरोध किया, तो युवकों ने गाली-गलौच की। उन्हें घेर लिया और पीटने लगे।



पिता को पीटते देख युवती चीखने-चिल्लाने लगी। उसने वहां खड़े होमगार्ड और सिपाही के अलावा अन्य लोगों से अपने पिता को बचाने की गुहार लगाई। अनुरोध करने के बाद भी कोई उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया। ऐसे में वह खुद ही मनचलों से भिड़ गई। उसने एक आरोपी की जमकर पिटाई कर दी। इसके बाद दोनों मनचलों की धुनाई करने लगे। युवती का हौसला देखकर युवक भाग खड़े हुए। इतना कुछ होने के बाद भी वहां तैनात सिपाही अाखिर तक उनकी मदद के लिए नहीं पहुंचा।

वकीलों ने जताया विरोध 

बुधवार को मेरठ बार एसोसिएशन के पदाधिकारी एसएसपी ऑफिस पहुंचे और वहां अलग अंंदाज में विरोध जाहिर किया। वकीलों ने कहा कि मंगलवार को कुछ असमाजिक तत्वों ने एक बेटी के सामने उसके पिता को पीटा। वहां तैनात पुलिस कर्मी मूकदर्शक बने रहे, यह बड़े ही शर्म की बात है। वकीलों कहना था कि इस तरह ड्यूटी के प्रति सजग न होने के कारण ही अपराधी बेलगाम हो रहे हैं। 


लगाए शेम-शेम के नारे
एसएसपी ऑफिस में वकीलों को एसएसपी तो नहीं मिले, लेकिन सीओ स्वर्णजीत कौर से उन लोगों  ने मुलाकात की। उन्होंने सीओ को मंगलवार को हुई घटना का हवाला देते हुए कहा कि यदि वहां तैनात पुलिस कर्मी सजगता दिखाते, तो आरोपी युवकों को पकड़ा जा सकता था। वकीलों ने एसएसपी ऑफिस में 'शेम-शेम' के नारे लगाए और सीओ को बुके भेंट कर अपना विरोध जताया। 

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